ये 10 आसान हैल्थ केयर टिप्स रखेंगी आपको हर बीमारी से दूर | healthy lifestyle in hindi
ये 10 आसान हैल्थ केयर टिप्स रखेंगी आपको हर बीमारी से दूर
Healthy Lifestyle Tips in Hindi |
हैेल्थ के लिए अंग्रेजी में एक मशहूर कहावत "Health is Wealth" हम सब बचपन से सुनते आरहे हैं, लेकिन आपने अगर इसके सही माईने पर गौर किया हो तो इसका मतलब यही है की भले ही किसी के पास कितनी ही मालोदोलत या पैसा क्यों न हो फिर भी क्या फायदा अगर सेहत अच्छी न हो,
फ़र्ज़ कीजिये आप किसी अच्छे रेस्टुरेंट या प्रोग्राम में गये हुये हैं और वहां अपनी मनपसंद चीज़ ना खा पाने पर मजबूर हों तो कितना बुरा लगेगा हेना?
हमारे देश में ज़्यादातर हर घर में कोई न कोई मोटापे(Obesity), हाई ब्लड प्रेशर (BP), डायबेटीस(Dibities), किडनी, गुर्दे की बीमारियों और न जाने कोन कोन सी बीमारियों से परेशान हैं,
यक़ीन जानिये दोस्तों अस्पतालों में हर रोज़ लग रही इस भीड़ को डॉक्टर और सरकार से ज़्यादा,आप लोग खुद ही कम कर सकते हैं, और इसका सिर्फ एक ही तरीका है और वो है हेल्थी लाइफस्टाइल अपनाना और दूसरों तक भी जानकारी पोहचाना!
इन 10 आसान हैल्थ केयर टिप्स को फॉलो कर और हेल्थी लाइफस्टाइल को अपनाकर सिर्फ आपका ही भला नहीं होगा बल्कि इसका अच्छा असर आपकी फॅमिली और सोसाइटी पर भी पड़ेगा!
Top 10 Health care tips in hindi | बेहद आसान, हेल्थ केयर टिप्स एंड लाइफस्टाइल
1. हैल्थी खाएं: हमारी सेहत सबसे ज़्यादा खाने पर ही निर्भर है, बिलकुल आपके घर की दीवारों के रंग की तरह की दीवारों का रंग दीवार पर लगाए गए रंग जैसा ही होगा ☺️
अब सवाल आता है की हेल्थी खाना कोनसा है और कोनसा नहीं?
तो दोस्तों हेल्थी खाना तो हरी सब्ज़ियां, दालें, फल, दूध वगैरह ही है लेकिन आमतौर पर हम इस हेल्थी खाने में ज़्यादा नमक, मसाले और तेल जैसे घी, रिफाइन्ड और सरसो का तेल भर कर इसे अनहैल्थी बना देते हैं देते हैं जबकि हमें नमक मसाले कम और तेलों में सैचुरेटेड ऑइल जैसे जैतून का तेल(olive oil) का इस्तेमाल करना चाहिए और खाने में लगभग डेली 30g प्रोटीन और फाइबर यूज़ करना चाहिए!
अब सवाल आता है की हेल्थी खाना कोनसा है और कोनसा नहीं?
तो दोस्तों हेल्थी खाना तो हरी सब्ज़ियां, दालें, फल, दूध वगैरह ही है लेकिन आमतौर पर हम इस हेल्थी खाने में ज़्यादा नमक, मसाले और तेल जैसे घी, रिफाइन्ड और सरसो का तेल भर कर इसे अनहैल्थी बना देते हैं देते हैं जबकि हमें नमक मसाले कम और तेलों में सैचुरेटेड ऑइल जैसे जैतून का तेल(olive oil) का इस्तेमाल करना चाहिए और खाने में लगभग डेली 30g प्रोटीन और फाइबर यूज़ करना चाहिए!
2 .टाइम से खाएं: वैसे तो कहा ये जाता है की जब भूक लगे तब ही खाना चाहिए, और सही भी है क्योंकि हमारा पेट कोई फ़िज़ूल सा डब्बा नहीं है जिसमे जो मर्ज़ी चाहो जब चाहो कुछ भी भरते जाओ 😃
लेकिन अगर हम भगवान की बनायीं इस दुनिया पर गौर करें तो पाएंगे की हर चीज़ टाइम के हिसाब से चलती है, पृथ्वी हो, चाँद सूरज हो या कुछ भी हो हर चीज़ वक़्त की पाबंद है, और जैसा सब जानते ही हैं की हमारा शरीर भी इस प्रकृति का ही हिस्सा है और इसमें भी यही खूबी है की जब हम किसी काम को वक़्त के साथ करते हैं तो ना सिर्फ हमारे शरीर को आदत हो जाती है बल्कि उसका फायदा भी सबसे ज़्यादा मिलता है!
दुनिया भर मे बोहत सारी रिसर्चस मे भी इसके अनेको फायदे देखने को मिलते हैं और ज़्यादातर डॉक्टर्स को आप देखें तो वो भी खाना टाइम से ही खाते हैं!
3 .एक्सरसाइज़ : डेली एक्सरसाइज़ और हैल्थी खाना ही अस्ल में हैल्थी लाइफस्टाइल कहलाता है जो की मोटापा, दिल की बीमारियां, हाईपरटेंशन, डाईबेटीस और कैंसर जैसी अनेको बीमारियों के रिस्क को कम कर देता है! अनेको बीमारियों के रिस्क कम कर देने साथ साथ ये हमारी फिज़िकल और मेन्टल हैैेल्थ को भी बोहत अच्छा रखता है, इससे हमारा वज़न सही रहता है मसल्स और बोन्स स्ट्रांग रहती हैं, नींद भी अच्छी आती है जिससे दिमाग भी सही रहता है, लिहाज़ा अच्छी सेहत के लिए रोज़ एक्सरसाइज़ बोहत बोहत ज़रूरी है!
4.नींद पूरी लें : हर 24 घंटों मेँ लगभग 8 घण्टे की नींद होनी ही चाहिए और अगर आप स्टूडेंट हैं तो दोपहर की आधे घण्टे की नींद आपकी पढ़ने की क्षमता को और बढ़ा देगी!
जिस तरह बैठ कर टांगो और पैरों को, लेट कर शरीर को आराम मिलता है उसी तरह दिमाग़ को आराम अच्छी नींद से मिलता है! सिर्फ 8 घण्टे सोना ही काफी नहीं बल्कि नींद कैसी आरही है ये भी मैटर करता है, मतलब कुछ लोगो रात भर उलटे सीधे ख्वाब आते रहते हैं जो की नीन्द को बेकार कर देते हैं, इसके लिए आपको एक्सरसाइज़ करनी चाहिए और अच्छी नीन्द लेनी चाहिए!
जिस तरह बैठ कर टांगो और पैरों को, लेट कर शरीर को आराम मिलता है उसी तरह दिमाग़ को आराम अच्छी नींद से मिलता है! सिर्फ 8 घण्टे सोना ही काफी नहीं बल्कि नींद कैसी आरही है ये भी मैटर करता है, मतलब कुछ लोगो रात भर उलटे सीधे ख्वाब आते रहते हैं जो की नीन्द को बेकार कर देते हैं, इसके लिए आपको एक्सरसाइज़ करनी चाहिए और अच्छी नीन्द लेनी चाहिए!
एक्टिविटीज़ |
5 ऐक्टिविटीज़ : आज कल की इस बिज़ी लाइफ और टेक्नोलॉजी के दौर में ज़्यादा तर लोग कंप्यूटर, डेस्क, काउंटर, ऑफिस और गेम्स वगैरह में इतना वक़्त लगाते हैं की फिज़िकल एक्टिविटीज़ के फायदे भूल ही जाते हैं जबकि इसके फायदे अनगिनत हैं जैसे
- दिल का दौरा पड़ने के अपने जोखिम को कम करें।
- अपने वजन का बेहतर प्रबंधन करें।
- रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम होता है।
- टाइप 2 मधुमेह और कुछ कैंसर का खतरा कम।
- रक्तचाप कम होता है।
- हड्डियों, मांसपेशियों और जोड़ों मजबूत!
- अस्पताल में भर्ती होने या बैड रैस्ट में जल्द और बेहतर ठीक हो जाना
- ज़्यादा ताकत, बेहतर मूड के साथ, आराम महसूस करेंंगे
- बेहतर नींद लें पाएंगे।
6 प्रकृति और सेहत : अध्ययनों से पता चलता है कि प्रकृति में होने या प्रकृति के दृश्यों को देखने से भी क्रोध, चिंता और तनाव में कमी आती है। प्रकृति में समय बिताने से रक्तचाप, हृदय गति, मांसपेशियों में तनाव और हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है।बाहर कुछ वक़्त गुज़ारना मज़ेदार है, लेकिन इससे भी मज़ेदार यह है कि यह दिमाग़, जिस्म और रूह के लिए अच्छा है। एक अध्ययन से पता चलता है कि खुली हवा में 20 मिनट बिताने से आपके मस्तिष्क को एक कप जौ की तुलना में ऊर्जा मिलती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि पैड पौधो से निकलने वाले फाइटोनसाइड्स-एयरबोर्न रसायनों में साँस लेने से हमारे रक्त कोशिकाओं के स्तर में वृद्धि होती है, जिससे हमें संक्रमण और बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है।
7 वॉटर इंटैक : हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखना शारीरिक और मानसिक एक्टिविटीज़ के लिए ज़रूरी है। इसके बिना, हमें कई दिमाग़ी परेशानियों से गुज़रना पड़ सकता है, ग़लत फैसले लेंगे, और यहां तक कि आसान से फिसिकल वर्क्स करने के भी लायक नहीं रह जायेंगे!
हमारे शरीर में जब 1% पानी की कमी होती है तब हमें प्यास लगती है, पसीना निकलने पर और पेशाब करने के बाद हमारे शरीर में पानी की कमी होजाती है अब ऐसे में आप ये तो कर नहीं सकते की दिन भर का पानी एक साथ ही पी जाएँ और अगर जितनी ज़रुरत है उससे कम पियेंगे तो भी प्रॉब्लम होजायेगी, हमारी प्यास निर्भर करती है हमारे शरीर में होने वाली पानी की कमी पर इसलिए ज़रूरी है की ख़याल रखा जाये कितना पानी शरीर से बहार निकला है और कितना शरीर को चाहिए, हमें बैलेंस बनाये रखना आना चाहिए!
8 बैलेंस डाइट : संतुलित आहार वह है जिससे हमारे शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए ज़रूरी पोषक तत्व मिलते है। संतुलित आहार खाने से हमें अच्छी सेहत को बनाए रखने और बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। सेहतमंद रहने के लिए इंसान को एक निश्चित मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्वों की ज़रुरत होती है। एक संतुलित आहार से हमें वो सभी पोषक तत्व लिमिट मिल जाते है जितना की एक व्यक्ति को आवश्यकता होती है,समय के साथ आहार संबंधी दिशा-निर्देश बदलते रहते हैं, क्योंकि वैज्ञानिक पोषण के बारे में नई जानकारी खोजते हैं। वर्तमान सिफारिशों का सुझाव है कि एक व्यक्ति की प्लेट में मुख्य रूप से सब्जियां और फल, कुछ लीन प्रोटीन, कुछ डेयरी और घुलनशील फाइबर शामिल होना चाहिए।
9 स्वछता : स्वच्छता कोई काम नहीं है जो ज़बरदस्ती की जाये। यह हमारी सेहत के लिए एक अच्छी आदत और स्वस्थ तरीका है। हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी पतरह की क्लीनलीनेस ज़रूरी है चाहे वह व्यक्तिगत स्वच्छता हो, आसपास की स्वच्छता, पर्यावरण स्वच्छता, पालतू पशु स्वच्छता या कार्य स्थान स्वच्छता (जैसे स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, आदि)। यह उतना ही आवश्यक है जितना कि हमारे लिए भोजन और पानी। हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने "स्वच्छ भारत" या "स्वच्छ भारत अभियान" नामक एक स्वच्छता अभियान शुरू किया है।
यह ज़रूरी है क्योंकि यह डेंगू, टाइफाइड, हेपेटाइटिस और मच्छर के काटने से होने वाली अन्य बीमारियों, आदि जैसे खतरनाक बीमारियों को रोकता है। पीलिया, हैजा, एस्कारियासिस, लेप्टोस्पायरोसिस, रिंगवर्म, स्केबीज, शिस्टोसोमियासिस, ट्रैकोमा आदि जैसे रोग दूषित भोजन खाने, दूषित पानी पीने और अस्वच्छ स्थिति में रहने के कारण फैल सकते हैं।
10 मेन्टेन हैल्थी वेट : स्वस्थ वज़न तक पहुंचना और बनाए रखना हमारी सेहत के लिए बोहत ज़रूरी है और आपको कई बीमारियों और स्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अगर आप ज़्यादा वज़न या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो आपको हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह, पित्ताशय की पथरी, सांस लेने की समस्या और कुछ कैंसर सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के विकास का अधिक खतरा है। इसीलिए एक स्वस्थ वज़न बनाए रखना इतना महत्वपूर्ण है: यह आपको इन समस्याओं के विकास के लिए आपके रिस्क को कम करने में मदद करता है, आपको अपने बारे में अच्छा महसूस करने में मदद करता है, और आपको जीवन का आनंद लेने के लिए अधिक ऊर्जा देता है।
निष्कर्ष : हैल्थी लाइफ कई चीज़ों को फॉलो करने से मिलती है, जिसमें अच्छा खाना, रोज़ाना कसरत और पोसिटिव थिंकिंग शामिल हैं। अपने शरीर की देखभाल करना और अपनी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बना सकता है।
वॉटर इंटैक |
7 वॉटर इंटैक : हमारे शरीर को हाइड्रेटेड रखना शारीरिक और मानसिक एक्टिविटीज़ के लिए ज़रूरी है। इसके बिना, हमें कई दिमाग़ी परेशानियों से गुज़रना पड़ सकता है, ग़लत फैसले लेंगे, और यहां तक कि आसान से फिसिकल वर्क्स करने के भी लायक नहीं रह जायेंगे!
हमारे शरीर में जब 1% पानी की कमी होती है तब हमें प्यास लगती है, पसीना निकलने पर और पेशाब करने के बाद हमारे शरीर में पानी की कमी होजाती है अब ऐसे में आप ये तो कर नहीं सकते की दिन भर का पानी एक साथ ही पी जाएँ और अगर जितनी ज़रुरत है उससे कम पियेंगे तो भी प्रॉब्लम होजायेगी, हमारी प्यास निर्भर करती है हमारे शरीर में होने वाली पानी की कमी पर इसलिए ज़रूरी है की ख़याल रखा जाये कितना पानी शरीर से बहार निकला है और कितना शरीर को चाहिए, हमें बैलेंस बनाये रखना आना चाहिए!
बैलेंस डाइट |
8 बैलेंस डाइट : संतुलित आहार वह है जिससे हमारे शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए ज़रूरी पोषक तत्व मिलते है। संतुलित आहार खाने से हमें अच्छी सेहत को बनाए रखने और बीमारी के जोखिम को कम करने में मदद मिलती है। सेहतमंद रहने के लिए इंसान को एक निश्चित मात्रा में कैलोरी और पोषक तत्वों की ज़रुरत होती है। एक संतुलित आहार से हमें वो सभी पोषक तत्व लिमिट मिल जाते है जितना की एक व्यक्ति को आवश्यकता होती है,समय के साथ आहार संबंधी दिशा-निर्देश बदलते रहते हैं, क्योंकि वैज्ञानिक पोषण के बारे में नई जानकारी खोजते हैं। वर्तमान सिफारिशों का सुझाव है कि एक व्यक्ति की प्लेट में मुख्य रूप से सब्जियां और फल, कुछ लीन प्रोटीन, कुछ डेयरी और घुलनशील फाइबर शामिल होना चाहिए।
स्वछता |
9 स्वछता : स्वच्छता कोई काम नहीं है जो ज़बरदस्ती की जाये। यह हमारी सेहत के लिए एक अच्छी आदत और स्वस्थ तरीका है। हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए सभी पतरह की क्लीनलीनेस ज़रूरी है चाहे वह व्यक्तिगत स्वच्छता हो, आसपास की स्वच्छता, पर्यावरण स्वच्छता, पालतू पशु स्वच्छता या कार्य स्थान स्वच्छता (जैसे स्कूल, कॉलेज, कार्यालय, आदि)। यह उतना ही आवश्यक है जितना कि हमारे लिए भोजन और पानी। हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने "स्वच्छ भारत" या "स्वच्छ भारत अभियान" नामक एक स्वच्छता अभियान शुरू किया है।
यह ज़रूरी है क्योंकि यह डेंगू, टाइफाइड, हेपेटाइटिस और मच्छर के काटने से होने वाली अन्य बीमारियों, आदि जैसे खतरनाक बीमारियों को रोकता है। पीलिया, हैजा, एस्कारियासिस, लेप्टोस्पायरोसिस, रिंगवर्म, स्केबीज, शिस्टोसोमियासिस, ट्रैकोमा आदि जैसे रोग दूषित भोजन खाने, दूषित पानी पीने और अस्वच्छ स्थिति में रहने के कारण फैल सकते हैं।
मेन्टेन हैल्थी वेट |
10 मेन्टेन हैल्थी वेट : स्वस्थ वज़न तक पहुंचना और बनाए रखना हमारी सेहत के लिए बोहत ज़रूरी है और आपको कई बीमारियों और स्थितियों को रोकने और नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। अगर आप ज़्यादा वज़न या मोटापे से ग्रस्त हैं, तो आपको हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह, पित्ताशय की पथरी, सांस लेने की समस्या और कुछ कैंसर सहित गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के विकास का अधिक खतरा है। इसीलिए एक स्वस्थ वज़न बनाए रखना इतना महत्वपूर्ण है: यह आपको इन समस्याओं के विकास के लिए आपके रिस्क को कम करने में मदद करता है, आपको अपने बारे में अच्छा महसूस करने में मदद करता है, और आपको जीवन का आनंद लेने के लिए अधिक ऊर्जा देता है।
निष्कर्ष : हैल्थी लाइफ कई चीज़ों को फॉलो करने से मिलती है, जिसमें अच्छा खाना, रोज़ाना कसरत और पोसिटिव थिंकिंग शामिल हैं। अपने शरीर की देखभाल करना और अपनी उपलब्धियों पर गर्व महसूस करना आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बना सकता है।
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